वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन / सतही जल / टाइरोलीन मेड़

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टाइरोलीन मेड़ पर ग्रिड की जांच करता एक व्यक्ति. तंजानिया. फोटो : डी बॉउरमैन, एक्वा फॉर ऑल.

टाइरोलीन मेड़ एक प्रवेश संरचना है, जिसमें गटर के ऊपर एक जाली लगा कर पानी को मुख्य प्रवाह से निकाला जाता है. गटर आमतौर पर कंक्रीट से बनी होती हैं और इसे नदी तल में बनाया जाता है. जाली सबसे ऊपरी हिस्से पर (15-30 डिग्री) नीचे की तरफ के ढलान पर बनायी जाती हैं, जिससे प्रवाह वेग में वृद्धि हो और धारा के साथ आने वाले तलछट जो जाम कर सकते हैं को रोका जा सके. गटर से, पानी एक एक पाइप लाइन में प्रवेश करती है, जो अवसादन टंकियों में और उसके बाद गुरुत्वाकर्षण के जरिये सिस्टम के बाकी हिस्सों में बहती है.

तटबंधों में बांधों और जल प्रवेश संरचनाएं कमजोर होती हैं और यह नदी से सिंचित जल व्यवस्था के लिए काफी महंगी होती हैं. वे आसानी से बाढ़, कम बहाव, रिसाव से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और तलछट जमा होने या पानी में कचरा जमा होने से ठप पड़ जाती हैं. टाइरोलीन मेड़ एक अधिक विश्वसनीय और सस्ता विकल्प तैयार करता है.

उपयुक्त परिस्थितियां

टाइरोलीन वाहिनियां छोटी स्थायी नदियों और धाराओं में कारगर साबित होती हैं, जहां तलछट और बहाव के साथ बहने वाली सामग्रियां कम होती हैं या बांध के शीर्ष से गिरती हैं.

मेड़ या सेवन के लिए स्थल चयन ध्यान से किया जाना चाहिए.

मेड़ खुद ही पानी को साफ या शुद्ध नहीं करता है.


लाभ हानि
- नदी के तटबंधों में बांधों और पानी प्रवेश संरचनाओं की तुलना में सस्ता अधिक विश्वसनीय.

- ये निचली बहाव के पास रहने वाले समुदायों को प्रभावित नहीं करती हैं.

- ज्ञात नहीं


पर्यावरण परिवर्तन की स्थिति के लिए लचीलापन

सीमेंट पर सूखे का प्रभाव

सूखे का प्रभाव : बुरी तरह निर्मित कंकरीट या दरारें (जैसे, टैंक, बांधों, जलमार्ग, कुओं और अन्य संरचनाओं में).
प्रभाव के अंतर्निहित कारण : कम पानी का इस्तेमाल; मिश्रण में अशुद्ध पानी का प्रयोग.
वाश प्रणाली के लचीलेपन को बढ़ाने के लिए : पर्याप्त मिश्रण, अनुपात, सामग्री की शुद्धता सुनिश्चित करें; मिश्रण में पानी की मात्रा को कम करें; ठीक से सुखायें.

सूखे के प्रबंधन पर अधिक जानकारी: सूखा प्रभावित क्षेत्रों में लचीला वॉश सिस्टम..

निर्माण, संचालन और रखरखाव

टाइरोलीन मेड़ पहाड़ी नदियों से पानी प्राप्त के लिए होती हैं, जो बहुत तूफानी होती हैं. फोटो: वियेना यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी

एक टाइरोलीन मेड़ या तो एक समानांतर छड़ से बनी होती है या एक छिद्रित प्लेट से, इसे प्रवाह दिशा में स्थापित किया जाता है धारा की चौड़ाई के साथ 15-30 डिग्री निचली ढलान की स्थिति में. बड़े पत्थरों, शाखाओं और बड़े पत्ते छड़ के बीच से गुजर नहीं कर सकते हैं, और इन्हें गटर में प्रवेश करने से रोका जा सकता है. क्योंकि छड़ / प्लेट की ढलान नीचे की तरफ होती है, धारा में जो चीजें होती हैं वह नीचे ढकेल दी जाती हैं, जब तक यह मेड़ के अंत तक न पहुंच जाये.

इसकी शुरुआत एक कंकरीट वाली ऊंचाई से की जा सकती है किसी पहाड़ी नदी के पथरीले बेड से, या एक खड़े झुकाव वाली मेड़ संरचना हो सकती है, तटबंध से जुड़ी हुई. इनलेट पाइप/नाली (व्यास और ढाल) की क्षमता डिजाइन प्रवाह की तुलना में 30% अधिक हो सकती है और रेत के संचय को रोकने के लिए एक समान ढाल होनी चाहिए. अवसादन टैंक 1.5-2 घन मीटर जमा करने की क्षमता वाला होना चाहिये और यह पानी को बहुत कम गति से 10 से 30 मिनट में फिल्टर करने के लिए अनुमति दे. बाहर से धोते हुए यह सफाई करता है.

रखरखाव

निरीक्षण, सफाई और मामूली मरम्मत के लिए प्रति वर्ष साइट पर कई बार दौरे किये जाने चाहिये. कम तकनीकी संरचना और स्थानीय श्रम और सामग्री का उपयोग करने की वजह से कुल मिलाकर रखरखाव करना आसान काम है.

नियमित निरीक्षण और बालू/रैक की सफाई और तूफान की अवधि के बाद गटर और अवसादन टैंक की भी आवश्यक है.

लागत

  • सामग्री (पाइप और अवसादन टैंक को छोड़कर): 300-600 अमेरिकी डॉलर.
  • श्रम (अगर साइट तक आसानी से पहुंचा जा सकता है तो) : 30-50 मानव दिवस.

नियमावली, वीडियो और लिंक

संदर्भ आभार