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'''सीमेंट के बारे में सामान्य सलाह''': बांध, टैंक, जलमार्गों, कुओं आदि के ढांचों में दरारें आने की एक आम वजह है सीमेंट के मिश्रण और उसके प्रयोग में गलतियां. सबसे पहले, यह बात महत्त्वपूर्ण है कि केवल विशुद्ध सामग्री का प्रयोग किया जाए. यानी स्वच्छ पानी, साफ बालू, साफ पत्थर आदि. पदार्थों को अत्यंत समग्र रूप से मिलाया जाना चाहिए. दूसरी बात, मिश्रण में पानी की न्यूनतम मात्रा मिलाई जानी चाहिए. कंक्रीट या सीमेंट को लगभग शुष्क तरीके से कामचलाऊ लगाना चाहिए. उसे किसी भी हालत में गीला नहीं बनाया जाना चाहिए. तीसरी बात, यह बात जरूरी है कि तरावट करने के दौर में सीमेंट या कंक्रीट को हमेशा नम बनाए रखा जाना चाहिए. कम से कम एक सप्ताह तक लगातार तराई की जानी चाहिए. ढांचों को प्लास्टिक, बड़ी पत्तियां या अन्य पदार्थों से ढक दिया जाना चाहिए.
====निर्माण====
[[Image:StrawInfiltrationWell.jpg|thumb|right|200px|Infiltration well filled with strawपुआल-सूखी घास आदि से भरा रिसाव वाला कुंआ. <br> Source स्रोत: Georges Lamarre जॉर्ज लैमारे (MAPAQएमएपीएक्यू)]]
* निर्माण की शुरुआत एक गड्ढा खोदने के साथ होती है. यह खुदाई एक स्थिर मिट्टी वाले क्षेत्र में की जाती है. जिसके ढहने का कोई खतरा न हो. सुरक्षा कारणों से खुदाई 5 मीटर से अधिक गहरी नहीं होनी चाहिए.
* खुदाई काम जारी रहता है लेकिन जल स्रोत में पानी कम होने पर खुदाई का काम बिना पानी को बाल्टियों से बाहर किए भी जारी रखा जा सकता है.