Difference between revisions of "वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन / बहुउपयोगी सेवा (एमयूएस)"

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(What does a multiple-use water service look like?)
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===What does a multiple-use water service look like?===  
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===एक बहु-उपयोगी जल सेवा कैसी दिखती है?===  
Once you understand the people, their needs and desires, and the sources, you can design an integrated water service with supporting health and livelihood components. How do you decide on the right combination of technologies and supporting programs?
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एक बार जब आप लोगों को, उनकी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को और स्रोतों के बारे में जान लेते हैं, फिर आप समेकित जल सेवा की संकल्पना कर सकते हैं, सेहत और आजीविका को ध्यान में रखते हुए. तकनीक और सहयोगी कार्यक्रम के सही समन्वय का आप कैसे निर्धारण करते हैं?
  
'''1. Water:''' Multiple-use water services are not about just repeating the same technology throughout a community. Choosing the right technology can be an
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'''1. जल:''' बहु-उपयोगी जल सेवाओं का मतलब यह नहीं है कि आप एक ही तकनीक को पूरे समुदाय में बार-बार दुहराएं. सफल और स्थायी जल सेवाओं के विकास के लिए सही तकनीक का चयन काफी महत्वपूर्ण होता है और इसके साथ समुदाय को सही तकनीक के सही इस्तेमाल के लिए सक्षम बनाना भी उतना ही जरूरी होता है. सही सहयोगी कार्यक्रम (प्रशासन, प्रबंधन और प्रशिक्षण) का चयन भी उतना ही जरूरी है ताकि जल सेवाएं लंबे समय तक संचालित हो सकें.
important part of creating a successful and sustainable service by enabling a community to use the right technology for the right uses. Equally important is choosing the right supporting programs (governance, management, and training), that will enable long-term sustainability of the water services.
 
  
 
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A key element of support programs is management. Work with water users to design a management structure that takes into account their resources and constraints. Some options for a management structure are community (management by committee or delegation to an entrepreneur or enterprise) or private (management by individual, household, or small group).
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सहयोगी कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण कारक उसका प्रबंधन होता है. जल उपयोगकर्ताओं के साथ काम करते हुए प्रबंधन संरचना को तैयार करना चाहिये जो उनके संसाधनों और परेशानियों का हल निकाल सके. यह समुदाय आधारित (समिति द्वारा संचालन या किसी उद्योग को प्रबंधन की जिम्मेदारी देना) भी हो सकता है और निजी (किसी एक व्यक्ति, परिवार या छोटे समूह द्वारा) भी.
  
'''2. Health:''' By only providing potable water, you can make a health impact. To the extent that project resources permit, designing additional Health Activities (hygiene, sanitation, and nutrition) can maximize the overall health impacts of the new water service. Information learned in the Assessment process along with the results from the Design of Water Services can inform which Health Activities to include in the project.  
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'''2. स्वास्थ्य:''' केवल स्वच्छ जल उपलब्ध करा कर ही आप स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं. कुछ हद तक अगर परियोजना संसाधन सक्षम हो तो अतिरिक्त स्वास्थ्य गतिविधियों की योजना भी बनायी जा सकती है (साफ-सफाई, स्वच्छता और पोषण) और यह नयी जल सेवा के जरिये संपूर्ण सेहत प्रभाव की क्षमता वृद्धि कर सकता है. आकलन प्रक्रिया में सीखी गयी सूचनाओं और उनके नतीजों के आधार पर जल सेवाओं का विकास करने से परियोजना में सेहत गतिविधियां जोड़ी जा सकती हैं.
  
 
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'''3. Livelihoods:''' Simply by providing holistic water services, livelihoods will be improved. To the extent that project resources permit, designing additional Livelihoods Activities (agriculture, livestock, trade) can broaden the impact of your project by increasing incomes and enabling access to
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'''3. आजीविका:''' केवल समेकित जल सेवाओं को उपलब्ध कराने से ही आजीविका का विकास हो जाता है. हालांकि अगर परियोजना संसाधन इजाजत दें तो अतिरिक्त आजीविका संबंधी गतिविधियां (खेती, चारा, व्यापार) आदि को शामिल किया जा सकता है औऱ ये आपकी परियोजना के प्रभाव को बढ़ा देती हैं. आय में वृद्धि होती है और शिक्षा जैसे अवसरों तक पहुंच बढ़ती है.
opportunities like education.
 
  
 
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Revision as of 17:13, 22 November 2015

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नेपाल में एक बहु-उपयगी जल तंत्र जो किसानों को बूंद सिंचाई और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराता है, उन्हें जलवायु परिवर्तन के लिए मदद करता है. फोटो : यूएसएआइडी और विंडरॉक इंटरनेशनल

बहु उपयोगी जल सेवा (एमयूएस) एक नवोन्मेषी नजरिये वाली जल सेवा है. इसने अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में गरीबी उन्मूलन के लिए नये निवेश अवसरों की राह खोली है. एमयूएस ने लोगों की पानी संबंधी विविध आवश्यकताओं को अपनी योजना, नये तंत्र की संरचना और उन्नयन का शुरुआती बिंदू माना है. वैश्विक स्तर पर जल उपयोगकर्ता घरेलू तंत्र या सिंचाई तंत्र का इस्तेमाल विविध आवश्यकताओं के लिए करते आये हैं, भले ही यह कानूनी हो या नहीं. इन बहु उपयोगों को योजनाबद्ध तरीके से निवेश करने से, स्वास्थ्य, घरेलू परेशानियों से निजात, भोजन, आय और लैंगिक समानता जैसे कई लाभ होते हैं.
बहु-उपयोगी जल सेवा स्थायी जल सेवा का एक संपूर्ण नजरिया है
जिससे सेहत और आजीविका का विकास होता है.

एमयूएस का घरेलू-मानक : 50-200 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन

जब भी पानी घर के पास या सटे हुए भूमि पर उपलब्ध हो तो लोग उसका इस्तेमाल घरेलू और कई उत्पादक उपयोगों के लिए करते हैं. जल उपयोगकर्ता और उपलब्धता का यह व्यावहारिक रिश्ता बहु-उपयोगी जल सीढ़ी में दर्शाया गया है. यह नीतिगत प्रस्ताव गरीब लोगों को जल सीढ़ी पर चढ़ने और उन्हें 50-200 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन जल उपलब्ध कराने में मददगार होता है. इनमें से 3-5 लीटर शुद्ध पेयजल की जरूरत प्रति व्यक्ति प्रति दिन के हिसाब से पूरी होती है. अधिकतर बहु-उपयोगी तंत्र निवेश में तीन साल के अंदर पुनर्भुगतान की क्षमता विकसित हो जाती है. घरेलू एमयूएस से खास तौर पर उन महिलाओं को लाभ होता है, जिन्हें पानी लाने और पानी का भंडारण करने के लिए अक्सर लंबा अंतराल घर से दूर बिताना पड़ता है और इस वजह से वे कई उत्पादक कार्यों से वंचित हो जाती हैं. ऐसे भूमिहीन जिनके पास सिर्फ रहने की जमीन होती है, उन्हें भी इससे लाभ होता है.

समुदाय-स्तरीय एमयूएस : स्थानीय समेकित जल संसाधन प्रबंधन

इसके तहत एमयूएस समुदाय को जल सेवाओं का प्रवेश बिंदू मानता है. यह उनके विभिन्न स्रोतों के जरिये( बारिश, भूमिगत जल, भूजल, वेटलैंड) पानी के विविध उपयोगों (घरेलू, सिंचाई, पशुओं के पीने के लिए, पेड़ों के लिए, मत्स्य पालन, उद्योग, समारोह, पर्यावरण संबंधी) की बात को स्वीकारता है. एकल उपयोग सेवा के मुकाबले यह समेकित जल संसाधन प्रबंधन जो स्थानीय स्तर पर संचालित होता है अधिक सस्ता और स्थायी माना जाता है.

लाभ हानि
- लैंगिक समानता का पोषक, क्योंकि यह पुरुषों और स्त्रियों दोनों की जरूरतों को स्वीकार करता है.

- भुगतान की इच्छा और क्षमता दोनों का विकास करता है, जो लोक सेवाओं में निवेश के लिए मददगार होता है और स्व-वित्तपोषी योजनाओं को बढ़ावा देता है.
- ‘हर बूंद के अधिक उपयोग’ के जरिये यह जल उत्पादन की क्षमता वृद्धि करता है.
- स्थानीय समेकित जल व्यवस्थाओं के निर्माण के जरिये यह स्वामित्वबोध का विकास करता है.
- सभी उपयोगकर्ता को प्रेरित करता है, नुकसान से और विवाद से तो बचाता ही है, योजना के नकार दिये जाने से भी बचाव करता है.
- जल गुणवत्ता से संबंधित सभी खतरों और सभी जल उपयोगों का समाधान करता है, जन योजनाओं के भी आगे बढ़ कर.
- बहुमूल्य जल स्रोत और वित्तीय संसाधन के पारदर्शी, समान और पर्यावरण के नजरिये से स्थायी साझेदारी की अनुमति देता है और लोगों की घरेलू और उत्पादक आधारभूत आवश्यकताओं की सुरक्षा करता है.

- अधिकतर जल क्षेत्रीय परियोजनाएं बहु-उपयोग के नजरिये से व्यवस्थित नहीं हो पाती है, इसलिए इसका नियोजन कई लोगों के लिए नया अनुभव होता है.

- कई दफा जब बहु-उपयोगी विचार मौलिक जल परियोजना से बाहर होती हैं तो उन्हें रोका जाता है, दंड लगा कर उन्हें अवैध करार दिया जाता है.
- सभी आवश्यक उपयोगों के लिए जल उपयोग की बात और उसकी मात्रा स्पष्ट रूप से बहुत पहले ही तय कर ली जानी चाहिये.

एक बहु-उपयोगी जल सेवा कैसी दिखती है?

एक बार जब आप लोगों को, उनकी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को और स्रोतों के बारे में जान लेते हैं, फिर आप समेकित जल सेवा की संकल्पना कर सकते हैं, सेहत और आजीविका को ध्यान में रखते हुए. तकनीक और सहयोगी कार्यक्रम के सही समन्वय का आप कैसे निर्धारण करते हैं?

1. जल: बहु-उपयोगी जल सेवाओं का मतलब यह नहीं है कि आप एक ही तकनीक को पूरे समुदाय में बार-बार दुहराएं. सफल और स्थायी जल सेवाओं के विकास के लिए सही तकनीक का चयन काफी महत्वपूर्ण होता है और इसके साथ समुदाय को सही तकनीक के सही इस्तेमाल के लिए सक्षम बनाना भी उतना ही जरूरी होता है. सही सहयोगी कार्यक्रम (प्रशासन, प्रबंधन और प्रशिक्षण) का चयन भी उतना ही जरूरी है ताकि जल सेवाएं लंबे समय तक संचालित हो सकें.

Click to zoom. Chart: Winrock International

सहयोगी कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण कारक उसका प्रबंधन होता है. जल उपयोगकर्ताओं के साथ काम करते हुए प्रबंधन संरचना को तैयार करना चाहिये जो उनके संसाधनों और परेशानियों का हल निकाल सके. यह समुदाय आधारित (समिति द्वारा संचालन या किसी उद्योग को प्रबंधन की जिम्मेदारी देना) भी हो सकता है और निजी (किसी एक व्यक्ति, परिवार या छोटे समूह द्वारा) भी.

2. स्वास्थ्य: केवल स्वच्छ जल उपलब्ध करा कर ही आप स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं. कुछ हद तक अगर परियोजना संसाधन सक्षम हो तो अतिरिक्त स्वास्थ्य गतिविधियों की योजना भी बनायी जा सकती है (साफ-सफाई, स्वच्छता और पोषण) और यह नयी जल सेवा के जरिये संपूर्ण सेहत प्रभाव की क्षमता वृद्धि कर सकता है. आकलन प्रक्रिया में सीखी गयी सूचनाओं और उनके नतीजों के आधार पर जल सेवाओं का विकास करने से परियोजना में सेहत गतिविधियां जोड़ी जा सकती हैं.

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3. आजीविका: केवल समेकित जल सेवाओं को उपलब्ध कराने से ही आजीविका का विकास हो जाता है. हालांकि अगर परियोजना संसाधन इजाजत दें तो अतिरिक्त आजीविका संबंधी गतिविधियां (खेती, चारा, व्यापार) आदि को शामिल किया जा सकता है औऱ ये आपकी परियोजना के प्रभाव को बढ़ा देती हैं. आय में वृद्धि होती है और शिक्षा जैसे अवसरों तक पहुंच बढ़ती है.

Click to zoom. Chart: Winrock International

Field experiences

In Nepal, multiple-use water systems were introduced by Nepal Smallholder Market Initiative (SIMI), International Development Enterprise (IDE), and Winrock. The systems consist of collection tanks at springs or small streams diversions, which deliver water to a reservoir near a village by gravity flow through a pipe. These systems serve 10-40 households, which use the water both for domestic purposes and horticulture. The introduction of drip irrigation systems ensured an efficient use of the water and better plant growth. Sixty percent of drip irrigation users apply water from the domestic system.

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