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किसी न किसी स्तर पर तालाब से कीचड़ हटाने की आवश्यकता पड़ती ही है. डीसीएम में सुधार के स्तर पर अपनाए जाने वाले तरीकों की तुलना में और अधिक स्थायित्व भरे तरीके भी हो सकते हैं जो कीचड़ हटाने के काम में मदद कर सकते हैं. डीसीएम में यह काम स्वयंसेवी संगठन करते हैं क्योंकि वहां सामुदायिक सहयोग नाकाफी होता है. भारत में रिसन-इन्फिल्ट्रेशन वाले तालाबों का हमारा अनुभव यह बताता है कि इस काम में सहयोग हासिल करना बहुत मुश्किल है खासतौर पर तब जबकि किसानों को तालाबों से कोई प्रत्यक्ष लाभ ही नजर नहीं आ रहा हो. गाद निकालने का एक तरीका तो यही है कि निजी खेतों मेंं तालाब बनाने को बढ़ावा दिया जाए. क्योंकि अगर तालाब किसान के खेत में हुआ तो वह खुद उसकी गाद निकालेगा. तब स्वयंसेवी संगठनों के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं रहेगी. भारत के अनुभव बताते हैं कि जिन स्थानों पर किसानों ने अपनी जमीन पर तालाब बनाए वहां प्रथमदृष्ट्या अगल-बगल की जमीन तो रिचार्ज हुई ही साथ ही पूरे समुदाय को इसका लाभ मिला.
===Costsलागत===Percolation pondरिसन-इन्फिल्ट्रेशन वाले तालाब, capacity क्षमता 10,000 - से 15,000 m3 घन मीटर (Indiaभारत) US$ लागत- 5,000 - से 15,000डॉलर
===Field experiences===