Difference between revisions of "वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन / सतही जल / कैचमेंट-जलागम और भंडारण बांध"

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यह स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है. लागत ज्यादा हो सकती है- केन्या के अनुभव बताते हैं कि एक 56 घन मीटर बांध की लागत 4,000 डॉलर हो सकती है, जिसमें श्रम (=71 डॉलर प्रति घन मीटर भंडारण के लिए) शामिल है. लेकिन केन्या में एक अन्य परियोजना में 13,000 घन मीटर चट्टान कैचमेंट-जलागम की लागत 1.60 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी. तंजानिया में इसी आधार पर एक 30,000 घन मीटर वाले कैचमेंट-जलागम की लागत 1.90 डॉलर प्रति घन मीटर निकली और माली में 80,000 घन मीटर मिट्टी के बांध की लागत केवल 0.20 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी.
 
यह स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है. लागत ज्यादा हो सकती है- केन्या के अनुभव बताते हैं कि एक 56 घन मीटर बांध की लागत 4,000 डॉलर हो सकती है, जिसमें श्रम (=71 डॉलर प्रति घन मीटर भंडारण के लिए) शामिल है. लेकिन केन्या में एक अन्य परियोजना में 13,000 घन मीटर चट्टान कैचमेंट-जलागम की लागत 1.60 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी. तंजानिया में इसी आधार पर एक 30,000 घन मीटर वाले कैचमेंट-जलागम की लागत 1.90 डॉलर प्रति घन मीटर निकली और माली में 80,000 घन मीटर मिट्टी के बांध की लागत केवल 0.20 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी.
  
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|[[Image:project 440.jpg |thumb|center|140px|<font size="2"><center>[http://rsr.akvo.org/project/440/ आरएसआर परियोजना 440]<br>वर्षाजल संचयन पर जागरूकता बढ़ाना</center></font>|link=http://rsr.akvo.org/project/440/ ]]  
|[[Image:project 427.jpg |thumb|center|140px|<font size="2"><center>[http://rsr.akvo.org//project/427/ RSR Project 427]<br>Scale up of Sustainable Water Access</center></font>|link=http://rsr.akvo.org//project/427/ ]]  
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|[[Image:project 427.jpg |thumb|center|140px|<font size="2"><center>[http://rsr.akvo.org//project/427/ आरएसआर परियोजना 427]<br>सतत पानी के उपयोग का निर्धारण</center></font>|link=http://rsr.akvo.org//project/427/ ]]  
 
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Revision as of 16:33, 4 December 2015

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उत्तरी केन्या में लोकितांग नदी पर बांध का निर्माण करते तुर्काना के पुरुष और महिलाएं. फोटो- एएफपी / साइमन मैना.

एक प्राकृतिक वर्षा कैचमेंट-जलागम क्षेत्र पानी में बांध बना कर पानी उपलब्ध कराया जा सकता है, जैसे एक घाटी, पानी को जलाशय बना कर उसका भंडारण कर सकते हैं, या उसे किसी अन्य जलाशय तक भेजा जा सकता है. बांध निर्माण योजना के महत्वपूर्ण मानक हैं : वार्षिक वर्षा और वाष्पीकरण पैटर्न; कैचमेंट-जलागम क्षेत्र के वर्तमान उपयोग और अपवाह गुणांक (जैसे नंगे चट्टान वाले कैचमेंट-जलागम का उच्च अपवाह गुणांक 0.9 है); पानी की मांग; भूविज्ञान और कैचमेंट-जलागम क्षेत्र और निर्माण स्थल का भूगोल.

बांधों को तटों के किनारे मिट्टी जमा कर बनाया जा सकता है (आमतौर पर मिट्टी की एक अभेद्य दीवार, पत्थर एप्रोन और अतिरिक्त अपवाह को बहाने के लिए एक स्पिलवे), खुला चट्टान वाला जलाशय कैचमेंट-जलागम, और चिनाई या कंकरीट (प्रबलित या नहीं).

एक संरचना के पीछे खुले जलाशय की भंडारण क्षमता 20 से लेकर 4,000 घन मीटर तक होती है. वैकल्पिक रूप से, पानी की मात्रा को कैचमेंट-जलागम से सीधे पानी इकट्ठा कर ढके हुए भंडारण टैंक में भी संग्रहित किया जा सकता है.

एक बांध के पीछे संग्रहित पानी का वितरण से पहले उपचार किया जाना चाहिए.

किन तरह की परिस्थतियों में यह तकनीक काम में आती है

जलाशय जिनका आधार अभेद्य हो (जैसे अनफिशर्ड रॉक या मिट्टी) इससे लागत बचती है और दरारों का इलाज ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ती. वैकल्पिक रूप से दरारों और गड्ढ़ों को मोर्टार या कंकरीट से सील किया जा सकता है. चट्टान कैचमेंट-जलागम बांधों ज्यादातर पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छी तरह काम करते हैं, जहां अन्य जल स्रोत दुर्लभ हैं. इस प्रकार के बांधों को साफ-सुथरा और वनस्पति/मिट्टी से मुक्त होना चाहिए. जब चट्टान वाले कैचमेंट-जलागम बांधों की तलाश कर रहे हों तो प्राकृतिक स्थलाकृति को प्राथमिकता दें, ताकि अधिकतम मात्रा हासिल कर सकें, मौजूदा रॉक पूल के निचली सतह पर बांध बनायें.

बांध जो कुछ मीटर ऊंचे हों या कम से कम एक मीटर के हों वे छोटे समुदायों के लिए कारगर होते हैं. चौड़ाई, कुछ मीटर से लेकर सौ मीटर तक हो सकती है. अगर बड़े बांध बनवाना चाहते हैं, तो विशेष इंजीनियरिंग से मदद लेनी चाहिए.

निजी स्वामित्व वाली छोटे बांधों के निर्माण और रखरखाव प्रक्रियाओं में जन भागीदारी को अपनाने से बेहतर सफलता हासिल हो सकती है.


लाभ नुकसान
- उच्च अपवाह गुणांक अच्छा है, छोटी बारिश से भी अच्छी तरह से पानी इकट्ठा हो सकता है.

- जहां तक चट्टान कैचमेंट-जलागम में खुले भंडारण का संबंध है, कम से कम रिसाव होता है.
- स्थिति सही हो, तो रखरखाव सरल और सस्ता है.
- चट्टानी कैचमेंट-जलागम के लिए खेतों पर कब्जा करने की जरूरत नहीं होती है और अक्सर इनका कोई मालिक नहीं होता. ऐसे में लागू करना आसान होता है.
- अच्छे आकार के जलाशयों की वजह से आने वाले समय में पानी की मांग बढ़ने पर भी खुदाई की आवश्यकता खत्म हो जाती है.

- आसपास में भूमि के उपयोग और जानवरों की उपस्थिति से पानी प्रदूषित हो सकता है.

- जल जनित रोग की आशंका रहती है.
- लोगों के समूह, जानवरों या कारों के आने-जाने से अपरदन हो सकता है.
- गहराई में सतह अनुपात कम होना चाहिये, नहीं तो वाष्पीकरण से बड़ा नुकसान हो सकता है.
- भूविज्ञान और आसपास के आबादी जलाशय के लिए उपयुक्त होना चाहिए.


पर्यावरण में परिवर्तन के लिए लचीलापन

सूखाड़

सूखे के प्रभाव:: जल्दी से सूख जाते हैं, अगर अरेखीय हों तो; जानवरों से पानी के लिए संघर्ष.

प्रभाव के मूल कारण : वर्षा का अभाव ; उच्च वाष्पीकरण दर ; तालाब के आधार और बांध के माध्यम से उच्च रिसाव दर ; भंडारण की मांग के मुताबिक पर्याप्त नहीं - उच्च गाद भार की वजह से तालाबों के ऊपर गाद का जमना, तालाब निर्माण के दौरान उच्च स्तरीय कार्य.

वाश प्रणाली का लचीलापन बढ़ाने के लिए : वाष्पीकरण और रिसाव कम करना ; निर्माण के उचित तरीकों का पालन करना ; अधिक मात्रा प्राप्त करने के लिए गाद कम करना ; तालाबों के निजी स्वामित्व को बढ़ावा देना, इसलिए गाद मुक्तिकरण प्रक्रिया को अपनाना, लंबे समय के भुगतान पर आधारित कम लागत ऋण को बढ़ावा देना; ताकि किसान प्रौद्योगिकी की नकल कर सकें, चरणबद्ध निर्माण को अपनाना जब तक क्षमता पानी की मांग के मुताबिक पर्याप्त न हो जाये.

सूखे के प्रबंधन पर अधिक जानकारी: सूखा प्रभावित क्षेत्रों में लचीला वॉश सिस्टम का प्रयोग.

बाढ़

जलवायु परिवर्तन के साथ, कुछ क्षेत्रों में अधिक तीव्र बारिश होती है. एक बड़े बांध के मुकाबले (कई) छोटे बांधों में कम नुकसान होता है और उनका मरम्मत कम खर्चीला होता है. पानी के स्रोतों में विविधता लायें ताकि बाढ़ एक प्रणाली को नुकसान पहुंचाये तो जब तक मरम्मत हो समुदाय दूसरे विकल्प को चुन सके. नदियां अपने प्रवाह पथ को बदल सकती हैं, इसलिए बांध स्थल का चयन नदी के सबसे अधिक स्थिर जगह पर करें और बांध की ऊंचाई पिछले बाढ़ की स्थिति के आधार पर रखें.

विनिर्माण, संचालन और रखरखाव

बांध के निर्माण

सीमेंट पर सामान्य सलाह : संरचनाओं और अस्तर में दरारों की एक आम वजह(टैंक, बांधों, जलमार्ग, कुओं में जैसे) मिश्रण और सीमेंट को लागू करने में त्रुटियों है. सबसे पहले, यह आवश्यक है कि केवल शुद्ध सामग्री का उपयोग करें : स्वच्छ पानी, स्वच्छ रेत, स्वच्छ चट्टान. सामग्री बहुत अच्छी तरह से मिश्रित किया जाना चाहिये. दूसरी बात, मिश्रण के दौरान पानी की मात्रा कम से कम करने की जरूरत है : कंक्रीट या सीमेंट भी सिर्फ काम के लायक होना चाहिये, सतह के दोनों तरफ. तीसरी बात, यह सीमेंट या कंकरीट के उपयोग के बाद कम से कम एक सप्ताह के लिए इससे हर समय नम रखा जाना आवश्यक है. संरचनाएं इस अवधि के दौरान प्लास्टिक, बड़े पत्ते या अन्य सामग्री के साथ ढके जायें, और इन्हें नियमित रूप से गीला रखा जाना चाहिए.

विशिष्ट सलाह:

जलाशय का आकार और बांध की ऊंचाई पानी की मांग, वाष्पीकरण नुकसान, महत्वपूर्ण अवधि और औसत वर्षा की लंबाई के के आधार पर निर्धारित होना चाहिये. अपने बांध के आकार का निर्धारण करने के तरीकों की पूरी सूची देखने के लिए, देखें, केयर: नीदरलैंड डेस्क स्टडी रिसिलियेंट वॉश सिस्टम इन ड्राउट प्रोन एरिया (पेज 62).

एक बांध की दीवार चट्टान के ऊपर से 15% की एक ढाल के साथ बनायी जा सकती है, बांध का आधार उसकी ऊंचाई का 3/5 होना चाहिए, शिखर की चौड़ाई 30 सेमी होना चाहिए, चट्टान-दीवार पर खास ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि इसमें रिसाव की क्षमता होती है, और बांध की ऊपरी दीवार को मोर्टार से 30मिमि करने की जरूरत है. बांध की दीवार के लिए इस्तेमाल सामग्री उच्च मिट्टी सामग्री (55% कम से कम) के साथ अभेद्य होना चाहिए. मिट्टी में अवांछित घटकों से बचें. बांध की दीवार निर्माण के लिए प्रक्रिया कुछ गाइडों में दिए गए हैं.

जब विशेष रूप से घाटी बांधों का निर्माण (एक मौसमी धार वाले) करते हैं, तो नियम यह है कि 400 हेक्टेयर (1000 एकड़) से बड़ा कैचमेंट-जलागम में छोटे जलाशयों (10,000 घन मीटर से कम) का निर्माण नहीं करना चाहिये.

गटर का काम कैचमेंट-जलागम से पानी को सीधे जलाशय की ओर ले जाना होता है. वे चिकने पत्थर से बनाये जा सकते हैं, सफाई के दौरान जो पत्थर कैचमेंट-जलागम क्षेत्र में मिलते हैं. गटर को लगभग समोच्च का पालन करना चाहिए, लेकिन ढलान न्यूनतम 3% होना चाहिए. गटर को पर्याप्त उच्च किया जाना चाहिए ताकि वह पानी को दिशा दे सके, लेकिन जहां अपवाह वेग बहुत अधिक है, वहां किसी तरह की दीवार संरचना की जरूरत है जो अपवाह के वेग को धीमा कर सके, इससे पहले कि वह गटर तक पहुंचे.

जल निकासी और उपचार

अगर पानी मानव उपभोग के लिए है, तो मवेशियों और लोगों के कैचमेंट-जलागम क्षेत्र और जलाशय से पूरे वर्ष के दौरान दूर रखा जाना चाहिए. इसके लिए एक चौकीदार से नियमित गश्ती करायी जा सकती है और इलाके को बाड़ से घेरा जा सकता है. मच्छरों का लार्वा खाने के लिए मछलियां पाली जा सकती हैं, साथ ही वे पोषण भी प्रदान करेंगे. जल को उपयोगकर्ताओं तक एक वितरण प्रणाली के माध्यम से प्रदान किया जाना चाहिए, सार्वजनिक टोटियां या घरेलू कनेक्शन के जरिये. खुले कैचमेंट-जलागम के मामले में, जैसे चट्टानी सतहों या मिट्टी के बांधों में, प्रत्यक्ष निकासी (पंप या पाइप पानी से दूर ले जा) अच्छी तरह से काम करता है. अमूर्त विधि से बाधाएं कम होंगी और उपचार आवश्यकताएं भी.

  • प्रत्यक्ष निष्कासन एक विकल्प है, एक बैंक-माउंटेड पंप द्वारा (छोटे और कुशल मोटर पंप या हैंडपंप) (Small and efficient motor pumps या Handpumps) जो एक अस्थायी सेवन का उपयोग करता है, ताकि गाद जमना कम हो सके. एक आउटलेट पाइप और झरनी बांध की दीवार के माध्यम से बांध की दीवार से होते हुए एक और विकल्प है, लेकिन इससे बांध की दीवार कमजोर होने का खतरा है. साथ में, पाइपिंग को सुरक्षित तरीके से लगाने की जरूरत है, क्योंकि यह कहीं चट्टानों से गुजरतो हुए दीवारों को नुकसान न पहुंचा दे.
  • निवारक विधियों के साथ मैलापन को दूर करने के लिए (गाद जाल, निकासी विधि) पानी अभी भी मैला और दूषित है, मैलापन को कम करने के लिए और उपचार की आवश्यकता होगी.
  • प्रत्यक्ष निष्कासन के लिए, घरेलू पानी के उपचार को बढ़ावा देने की जरूरत होगी. घरेलू जल उपचार प्रौद्योगिकी का चुनाव पानी में मौजूद दूषित पदार्थों को दूर करने की क्षमता पर आधारित होना चाहिए. खुले पानी के लिए जिसमें साइनोबैक्टीरियल ब्लूम्स का खतरा हो सकता है, एक कंक्रीट बायोस्टैंड फिल्टर Concrete Biosand Filter एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें कारण साइनोबैक्टीरियल विषाक्त पदार्थों को दूर करने की क्षमता है. अन्य प्रौद्योगिकियों में हालांकि ये गतिशील समुदायों के लिए उपयुक्त हैं (जैसे, सोडीज या सिरामिक पॉट फिल्टर, Sodis या Ceramic pot filter मैलापन के स्तर पर निर्भर करता है). शहरी वातावरण के निकट जलाशयों के लिए या अपवाह क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र में गहन कृषि अभ्यास किया जा रहा हो, जल संसाधनों के विविधीकरण एक बेहतर विचार है, पेयजल उपलब्धता के संबंध में. अवैध पदार्थों के उपयोग पर नियंत्रण और प्रतिबंध को मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है.

परिचालन और रखरखाव

एक बांध के संचालन में, एक देख-रेख करने वाले का होना अच्छा है. उसकी गतिविधियों में बांध में वाल्व या स्लूइश को खोलने-बंद करने, या जलाशय व नाली के रख-रखाव को शामिल कर सकते हैं. जल संग्रह अक्सर वाटर प्वाइंट से प्रदान की जाती है. उपयोगकर्ताओं को स्वयं, अक्सर महिलाएं और बच्चे को लाने के लिए भेजते हैं.

बेहतर क्रियान्वयन और टिकाऊ सतह संचयन प्रणाली के लिए, उपयोगकर्ताओं को एक संगठन की स्थापना करनी चाहिये, जो इन मसलों का समाधान कर सकें:

  • प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए पानी के खपत की अनुमति;
  • राहगीरों द्वारा अनधिकृत प्रयोग पर रोक;
  • पानी के प्रदूषण को रोकने;
  • अन्यायी बाधाएं;
  • नदी के ऊपर-नीचे वाली धाराओं से जुड़े विवादों को सुलझाएं (जैसे, जहां तंत्र प्राकृतिक जल विज्ञान को बदल रहा हो);
  • संचालन एवं प्रबंधन गतिविधियां और उनके वित्तपोषण;
  • प्रत्येक घर से संचालन एवं प्रबंधन गतिविधियों हेतु योगदान पर समझौता (जैसे, ये नकदी, सामग्री या श्रम के रूप में हो सकते हैं).


जो व्यक्ति स्थल के निकट रहता हो, या आसपास में जिसके खेत हों उसे जलाशय और कैचमेंट-जलागम क्षेत्र में संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जा सकती है. अगर उपयोगकर्ता जलाशय पर या उसके पास से पास पानी लेता हो, तो उस व्यक्ति को भी जल आवंटन के लिए जिम्मेदार बनाया जा सकता है, और निगरानी गतिविधियों में शामिल किया जा सकता है. इस व्यक्ति के अधिकार स्पष्ट रूप से इस प्रणाली के उपयोगकर्ताओं द्वारा स्वीकार किया जाना चाहिए.

एक बांध के रखरखाव ते लिए वाल्व, स्लूइशेस और पाइपलाइनों की जांच की जानी चाहिये कि कहीं ये लीक तो नहीं हो रहे और संरचनात्मक दोष तो नहीं आ गया. अगर तत्काल मरम्मत नहीं किया जा सकता है, तो भी गड़बड़ियों को चिह्नित किया जाना चाहिए. कैचमेंट-जलागम क्षेत्र में भी प्रदूषण और कटाव के लिए जाँच की जानी चाहिए. कटाव को नियंत्रित करने के लिए, घास या पेड़ों बरसात के मौसम से पहले लगाया जा सकता है, और एक नर्सरी की शुरुआत भी की जा सकती है.

साल में एक बार, जलाशय को अल्प अवधि के लिए पूरी तरह सुखा लेना चाहिये ताकि बिलहरजिया के खतरे (स्किस्टोसोम्स नामक परजीवी कीड़े से होने वाला एक मानवीय रोग) से बचा जा सके. जलाशय, गाद जाल, गटर, आदि को साल में कम से कम एक बार गाद-मुक्त किया जाना चाहिए. मच्छरों के पनपने और मलेरिया के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए, तिलापिया मछली को जलाशय में डाला जा सकता है (हर साल, अगर यह सूख गए हों).

चार्ट: डब्ल्यूएचओ

संभावित समस्याएं

  • रासायनिक छिड़काव, चराई, उद्योग और कृषि आधारित उद्योग, भूमि समाशोधन, बस्तियों, पशु मलमूत्र, आदि के द्वारा पानी के प्रदूषण
  • ऐसे बिल्हारजिया और मलेरिया के रूप में जलजनित और पानी से संबंधित बीमारियां.
  • जलाशय का गाद से भर जाना.
  • मिट्टी के बांधों उन पर चलने कारों, जानवरों या लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त किये जा सकते हैं
  • रिसाव, चूहे या अन्य कारणों से बांधों और जलाशयों को नुकसान हो सकता है.
  • बांध में विफल रहता है या ध्वस्त हो जाता है, इससे चोट लग सकती है, क्योंकि यह खराब डिजाइन किया गया है, या अपवाह की राशि अधिक है, उससे अधिक जितनी योजना बनाते वक्त सोची गयी थी.
  • जहां मांग अधिक हो और वर्षा कम या अनियमित हो, वहां बड़े कैचमेंट-जलागम क्षेत्रों और बांधों की जरूरत होती है.
  • अगर स्थानीय मिट्टी और भौगोलिक परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं, तो बांध के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री को दूर-दराज से लाना महंगा हो सकता है (उदाहरण के लिए मिट्टी, रेत, बजरी).
  • बहुत सारे साइट या कैचमेंट-जलागम क्षेत्र अनुपयुक्त हैं, इसलिए अगर डैम या जलाशय के लिए कोई ढंग की साइट नहीं, जैसे जब जमीन मजबूत आधार नहीं देती और रिसाव को रोक नहीं पाती.
  • बांध या जलाशय काफी बड़े हो सकते हैं(महंगे भी) अगर सतह की गहराई का अनुपात बहुत कम हो, या रिसाव और वाष्पीकरण का नुकसान बहुत अधिक हो, इसे घटाने के तरीके को भी शामिल करना चाहिये : प्राकृतिक स्थलाकृति का उपयोग करते हुए हमें सबसे गहरे जलाशय का चयन करना चाहिये, इसलिए बड़ा आकार और सतही क्षेत्र अनुपात हो. इसके अलावा, कैचमेंट-जलागम या इमारत के टैंक को ढक कर रखना चाहिये ताकि सीधे पानी को इकट्ठा किया जा सके.
  • श्रम, नकदी में निवेश और/या वस्तु को लागू करने और/या सतही जल संचयन तंत्र समुदाय की क्षमता से आगे हो सकती है.
  • अगर घनी आबादी वाले केन्द्र या महत्वपूर्ण संरचनाएं बांध के संभावित निर्माण स्थल के निचली धारा के पास स्थित हों, तो सुरक्षा कारणों से साइट का उपयोग नहीं किया जा सकता है.
  • कैचमेंट-जलागम क्षेत्रों के बीच पानी का स्वाद अलग-अलग हो सकता है और यह उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि वे स्वाद को महत्व देते हैं.

लागत

यह स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है. लागत ज्यादा हो सकती है- केन्या के अनुभव बताते हैं कि एक 56 घन मीटर बांध की लागत 4,000 डॉलर हो सकती है, जिसमें श्रम (=71 डॉलर प्रति घन मीटर भंडारण के लिए) शामिल है. लेकिन केन्या में एक अन्य परियोजना में 13,000 घन मीटर चट्टान कैचमेंट-जलागम की लागत 1.60 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी. तंजानिया में इसी आधार पर एक 30,000 घन मीटर वाले कैचमेंट-जलागम की लागत 1.90 डॉलर प्रति घन मीटर निकली और माली में 80,000 घन मीटर मिट्टी के बांध की लागत केवल 0.20 डॉलर प्रति घन मीटर पायी गयी.

जमीनी अनुभव


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आरएसआर परियोजना 440
वर्षाजल संचयन पर जागरूकता बढ़ाना
आरएसआर परियोजना 427
सतत पानी के उपयोग का निर्धारण


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Acknowledgements