Difference between revisions of "वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन / साल्यान और दाईलेख, नेपाल"

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इस प्रारूप के सैद्धांतिक विकास के बाद इसे दो जिलों की कम से कम दो वीडीसी (ग्राम विकास समिति) यानी दाईलेख और साल्यान में लागू किया जायेगा. ये इलाके नेपाल के मध्य पश्चिम में पहाडिय़ों में स्थित हैं. शुरुआती स्तर पर उन जगहों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहां पानी की सर्वाधिक कमी है. 3आर वाला डब्ल्यूयूएमपी प्रारूप उन जगहों पर लागू किया जाएगा जहां घरेलू और सिंचाई कार्यों में पानी की जरूरत मौजूदा जल स्रोतों से पूरी नहीं हो पा रही है. यानी जहां समाज के लोग अधिकाधिक पानी एकत्रित करने की मंशा रखते हों.
 
इस प्रारूप के सैद्धांतिक विकास के बाद इसे दो जिलों की कम से कम दो वीडीसी (ग्राम विकास समिति) यानी दाईलेख और साल्यान में लागू किया जायेगा. ये इलाके नेपाल के मध्य पश्चिम में पहाडिय़ों में स्थित हैं. शुरुआती स्तर पर उन जगहों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहां पानी की सर्वाधिक कमी है. 3आर वाला डब्ल्यूयूएमपी प्रारूप उन जगहों पर लागू किया जाएगा जहां घरेलू और सिंचाई कार्यों में पानी की जरूरत मौजूदा जल स्रोतों से पूरी नहीं हो पा रही है. यानी जहां समाज के लोग अधिकाधिक पानी एकत्रित करने की मंशा रखते हों.
  
====Pilot purpose====
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====प्राथमिक उद्देश्य====
The objective of the 3R WUMP module is to increase the popularity of recharge, retention and reuse (The 3Rs) in operational water-use planning in Nepal for climate change adaptation and improved water resources management. Despite relatively high rainfall patterns, the need for RWH and 3R is high, as the rainfall patterns are becoming more and more unpredictable and sources are drying up. In addition, the physical environment is very challenging (very steep hills).  
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इस प्रारूप का उद्देश्य है पानी के रिचार्ज, उसके रिटेंशन और रियूज (बरकरार रखना और दोबारा प्रयोग करना) के तीन आर को लोकप्रिय बनाना. यह काम जलवायु परिवर्तन की वजह से उत्पन्न दिक्कतों से निपटने के साथ-साथ पानी के इस्तेमाल के नियोजन में भी नेपाल की मदद करेगा. इसके अलावा इससे जल संसाधन प्रबंधन भी बेहतर होगा. अपेक्षाकृत बढिय़ा बारिश के बावजूद इसकी जरूरत है क्योंकि बारिश के रुख केे बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. इसके अलावा जलस्रोत भी तेजी से सूख रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय परिस्थितियां भी काफी चुनौतीपूर्ण हैं.
  
Incorporating 3R in water management, using administrative boundaries, the HELVETAS SI approach will deviate from water buffer or catchment management. However, it will comply with the objective of the 3R focus on climate change adaptation and will take into account the effects of interventions on a catchment level. This application will be on the side of no regret actions in adapting to climate change, i.e. even if the activity may not directly and effectively support climate change adaptation, it will certainly support local communities and enhance livelihoods of women and marginalized groups by improving increased access to and use of sustainable water services. 
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जल प्रबंधन में 3 आर को शामिल करते हुए प्रशासनिक सीमाओं का प्रयोग करते हुए हल्वेतास एसआई हालांकि वाटर बफर अथवा कैचमेंट प्रबंधन से दूर रहेगा लेकिन यह जलवायु परिवर्तन से निपटने के क्रम में 3आर प्रारूप को ध्यान में रखेगा और कैचमेंट के स्तर पर किसी भी हस्तक्षेप के असर को भी ध्यान में रखेगा. एक बात यह भी है कि यह गतिविधि प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन की प्रक्रिया को प्रभावित करे या नहीं लेकिन निश्चित तौर पर यह स्थानीय समुदायों का समर्थन करेगी और स्थायी जल सेवाओं तक पहुंच और उसका उपयोग बढ़ाकर महिलाओं और वंचित वर्ग की आजीविका में सुधार करेगी.
  
The approach aims at improving water quantity and quality within the administrative boundaries of a [http://en.wikipedia.org/wiki/Village_development_committee Village Development Committee (VDC)] through the planned and managed recharge, retention and reuse of groundwater and rainwater.
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इसका उद्देश्य है जल की गुणवत्ता में सुधार करना और भूजल और वर्षा जल के रिचार्ज, उसे बरकरार रखने और दोबारा इस्तेमाल को सुनियोजित और प्रबंधनीय ढंग से अंजाम देना वह भी  [http://en.wikipedia.org/wiki/Village_development_committee ग्राम विकास समिति (वीडीसी)] की सीमाओं के भीतर अंजाम देना.
  
 
===Location & partners===
 
===Location & partners===

Revision as of 14:24, 30 November 2015

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Rainwater harvesting jars in Dailekh, Nepal. Photo: Dailekh - Natural Beauty with Thrilling Events

जल आपूर्ति योजना

हल्वेतास स्विस इंटरकॉपरेशन, नेपाल ने जल प्रबंधन की समस्याओं से निपटने की एक भागीदारी भरी और समेकित योजना न केवल विकसित की है बल्कि उसका क्रियान्वयन भी किया है. द वाटर यूज मास्टर प्लान (डब्ल्यूयूएमपी WUMP) एक ऐसी योजना है जो स्थानीय समुदाय को निर्णय प्रक्रिया के केंद्र में रखती है और वह जल संसाधनों, पानी की मांग और उसके व्यापक और एकीकृत इस्तेमाल की संभावना पर विचार करता है. इतना ही नहीं वह जल संबंधी बुनियादी ढांचा योजनाओं की प्राथमिकता सूची भी तैयार करता है. यह उपाय सफल साबित हुआ है और इसे नेपाल में कई संस्थानों द्वारा अपनाया जा रहा है. इसने सरकार का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है. (डिपार्टमेंट ऑफ लोकल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट एंड एग्रीकल्चरल रोड्स DoLIDAR). यह प्रयोग अब तक बहुत सकारात्मक साबित हुआ है. इस दौरान कुछ चुनौतियां भी चिह्नित की गई हैं.

डब्ल्यूयूएमपी को कृषि क्षेत्र में जल उत्पादकता को बढ़ावा देने पर काम करना चाहिए. इसके अलावा उसे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर भी अधिक ध्यान देना चाहिए. रेन, के साथ सहयोग के जरिए हेल्वतास एसआई नेपाल वर्षा जल संरक्षण को और अधिक प्रमुखता प्रदान कर रहा है और 3आर अप्रोच के साथ दायरे में इजाफे के नजरिये को मौजूदा डब्ल्यूयूएमपी प्रारूप में शामिल कर रहा है.

परियोजना अवधि: अक्टूबर 2012 से सितंबर 2014

प्राथमिक चुनौतियां

सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक परिस्थितियां

3आर वाले डब्ल्यूयूएमपी प्रारूप को नेपाल के पश्चिम मध्य विकास क्षेत्र के दो इलाकों जमीनी परीक्षण के लिए अपनाया जाएगा: दाईलेख और साल्यान.

साल्यान का परियोजना स्थल ऊंची पहाडिय़ों के बीच स्थित है. इस क्षेत्र में पानी से जुड़ी सबसे प्रमुख समस्याएं हैं, पाइप लाइन से जलापूर्ति की अनुपस्थिति, मौजूदा जलधाराओं का सूखना और बोरवेल की कोई संभावना न होना. यही वजह है कि पीने तथा खेती दोनों ही तरह के कामों के लिए यहां वर्षा जल पर निभर्रता बहुत ज्यादा है. खेती के काम के लिए वर्षा जल पर निर्भरता के कारण यहां के लोग पानी की कमी वाले मौसम में केवल उन चीजों की खेती करने पर मजबूर हैं जिनमें कम पानी की आवश्यकता होती है. इससे खाद्य असुरक्षा बढ़ती है. आबादी के गरीब तबके के लोगों में यह असुरक्षा बहुत ज्यादा है.

दाईलेख का प्रस्तावित इलाका पानी की अत्यधिक कमी वाला इलाका है: वहां पीने के पानी की कमी तो है ही साथ ही साफ सफाई की भी काफी दिक्कत है. वहां पानी का मौजूदा स्रोत एक झरना है जो गांव से काफी दूर स्थित है और उससे पानी भी काफी कम निकलता है. गांव के लोगों को बारिश के दिनों में रोजाना 5 घंटे जबकि सामान्य दिनों में रोजाना छह घंटे का समय पानी के जुगाड़ में खर्च करने होते हैं. वहां की सामाजिक आर्थिक स्थितियों के आधार पर स्थानीय लोगों को वंचित वर्ग का घोषित किया जा सकता है. आर्थिक रूप से भी यहां के लोग बहुत सक्षम नहीं हैं.

प्रायोगिक परिदृश्य

डब्ल्यूयूएमपी का 3आर प्रारूप हर तरह के परिदृश्य में लागू किया जा सकता है.

इस प्रारूप के सैद्धांतिक विकास के बाद इसे दो जिलों की कम से कम दो वीडीसी (ग्राम विकास समिति) यानी दाईलेख और साल्यान में लागू किया जायेगा. ये इलाके नेपाल के मध्य पश्चिम में पहाडिय़ों में स्थित हैं. शुरुआती स्तर पर उन जगहों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहां पानी की सर्वाधिक कमी है. 3आर वाला डब्ल्यूयूएमपी प्रारूप उन जगहों पर लागू किया जाएगा जहां घरेलू और सिंचाई कार्यों में पानी की जरूरत मौजूदा जल स्रोतों से पूरी नहीं हो पा रही है. यानी जहां समाज के लोग अधिकाधिक पानी एकत्रित करने की मंशा रखते हों.

प्राथमिक उद्देश्य

इस प्रारूप का उद्देश्य है पानी के रिचार्ज, उसके रिटेंशन और रियूज (बरकरार रखना और दोबारा प्रयोग करना) के तीन आर को लोकप्रिय बनाना. यह काम जलवायु परिवर्तन की वजह से उत्पन्न दिक्कतों से निपटने के साथ-साथ पानी के इस्तेमाल के नियोजन में भी नेपाल की मदद करेगा. इसके अलावा इससे जल संसाधन प्रबंधन भी बेहतर होगा. अपेक्षाकृत बढिय़ा बारिश के बावजूद इसकी जरूरत है क्योंकि बारिश के रुख केे बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. इसके अलावा जलस्रोत भी तेजी से सूख रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय परिस्थितियां भी काफी चुनौतीपूर्ण हैं.

जल प्रबंधन में 3 आर को शामिल करते हुए प्रशासनिक सीमाओं का प्रयोग करते हुए हल्वेतास एसआई हालांकि वाटर बफर अथवा कैचमेंट प्रबंधन से दूर रहेगा लेकिन यह जलवायु परिवर्तन से निपटने के क्रम में 3आर प्रारूप को ध्यान में रखेगा और कैचमेंट के स्तर पर किसी भी हस्तक्षेप के असर को भी ध्यान में रखेगा. एक बात यह भी है कि यह गतिविधि प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन की प्रक्रिया को प्रभावित करे या नहीं लेकिन निश्चित तौर पर यह स्थानीय समुदायों का समर्थन करेगी और स्थायी जल सेवाओं तक पहुंच और उसका उपयोग बढ़ाकर महिलाओं और वंचित वर्ग की आजीविका में सुधार करेगी.

इसका उद्देश्य है जल की गुणवत्ता में सुधार करना और भूजल और वर्षा जल के रिचार्ज, उसे बरकरार रखने और दोबारा इस्तेमाल को सुनियोजित और प्रबंधनीय ढंग से अंजाम देना वह भी ग्राम विकास समिति (वीडीसी) की सीमाओं के भीतर अंजाम देना.

Location & partners

The Salyan district of Nepal. Map source: wikipedia.org
  • Village, district, country: Nationwide + Salyan and Dailekh, Nepal
  • Main partner: HELVETAS SI Nepal
  • Role and responsibility of main partner: 3R WUMP module development, training of partners, implementation of pilot project.
  • Other partners: BSP-Nepal, MetaMeta
  • Role and responsibilities of other partners: MetaMeta of the 3R consortium will contribute to content and provide backstopping. BSP Nepal will be, next to Helvetas SI Nepal, one of the partners to pilot the 3R WUMP module in the field.

Description

Objectives

  1. Prepare and pilot 3R WUMP module with basic WUMP for Improved integrated water resources management mainstreamed with the issue of 3R
  2. Capacity enhancement, through intensive training, of RAIN partners to apply 3R WUMP module
  3. Improved access to sustainable water sources for MUS

Activities

  1. Developing the 3R WUMP module
  2. Training to RAIN partners on 3R WUMP concept
  3. WUMP Facilitator Training
  4. Piloting of 3R WUMP in one VDC of Dailekh district (HELVETAS working area)
  5. Piloting of 3R WUMP in two VDCs of Salyan districts
  6. Implementation of 3R schemes
  7. Technical backstopping to RAIN partners on 3R WUMP piloting
  8. Microfinance training
  9. Sharing Meeting /Workshop at National level (DoLIDAR and other stakeholders)
  10. Monitoring and documentation of the project

3R WUMP process

Helvetas SI Nepal will work in close collaboration with RAIN, the 3R consortium and the Rainwater harvesting capacity centre Nepal in developing and testing (with the VDCs) the module, as well as in setting up the training. Once a first training has been given, the (training) module will be refined. After a second training has been given, field testing of the module will be done. The process will be monitored and documented throughout the project time frame.

FIETS

This pilot uses the F.I.E.T.S. model of WASH services.

  • Institutional: The WUMP process emphasizes the inclusion and responsibility of all stakeholders in the planning, negotiation and decision making, therefore it improves local governance.
  • Environmental: The 3R module will respect these basic WUMP characteristics; in addition it will emphasize the need for environmental sustainability of the planned interventions and enhance people’s resilience to expected negative climate change effects. Moreover, it will draw more attention to address water productivity and efficient use of water in agriculture.
  • Social: As a participatory and transparent planning process, WUMP empowers marginalized groups to accessing water pursuing equitable sharing of water within and between communities.

SWOT analysis

Here is a SWOT analysis (Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats) of the project:

Strengths:
  • Integration of the 3R approach into a proved model (WUMP)
  • High level of outreach through network of RAIN and through network of Helvetas SI Nepal
Weaknesses:
  • Convincing decision makers of cost-effectiveness can be cumbersome (high initial investments of applying the module that result into lower infrastructure investment)
  • The WUMP/3R is a planning tool. This does not imply automatically that the planned interventions are followed by the necessary resources.
Opportunities:
  • Possible outscaling to other countries where Helvetas and / or RAIN are active
  • ...
Threats:
  • To be announced ...
  • ...


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