वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन / कोहरा और ओस संग्रह / ओस बूंदों का संग्रह और भंडारण
ओस बूंदों का संग्रह हमें पेयजल उपलब्ध कर सकता है. ऐसे वक्त में जब भूजल, बारिश, कोहरा आदि कोई माध्यम उपयोगी न साबित हो रहा हो तब ओस संग्रहण महत्त्वपूर्ण मात्रा में पानी उपलब्ध करा सकता है. रात के समय ओस एकत्रित करने के लिए भूजल संरक्षण मॉडल भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह किसी सतह पर स्थित होता है जहां से पानी की बूंदें एक नाली नुमा निर्माण के सहारे जलाशय में चली जाती हैं. ओस से एकत्रित होने वाले पानी की मात्रा जगह के हिसाब से बदलती रहती है लेकिन कई बार यह सामान्य बारिश की तुलना मे काफी महत्वपूर्ण भी होता है. ओस का संग्रह शुष्क और अद्र्ध शुष्क इलाकों में पानी का संभावित पूरक है. लेकिन इसे लेकर अभी तक कोई बहुत बड़ा शोध नहीं हुआ है.
उपयुक्त परिस्थितियां
- बड़े पैमाने पर ऐसी भूमि जिसका इस्तेमाल न किया गया हो.
- सुबह से शाम तक समान तापमान (कम से कम 12 डिग्री सेल्सियस)
- धीमी हवा वाली जगह क्योंकि तेज हवा से ओस उड़ती है. हवा अगर चार मीटर से 10 मीटर प्रति सेकंड के दायरे में रहे तो बेहतर.
- जिन स्थानों पर ओस निर्माण तेज गति से होता है वहां हवा की गति 1-2 मीटर प्रति सेकंड तक नापी गई है.
- जब बादल छंट जाते हैं तब ओस ज्यादा तेजी से बनती है क्योंकि उस दौरान शीतलता बढ़ती है.
- सबसे अधिक ओस तब बनती है जब आर्दता बहुत अधिक हो और शीतलता कम.
- संघनीकरण करने वाला पदार्थ पर्याप्त होना चाहिए. वह ढलान पर स्थित हो और जल प्रतिरोधक हो.
इन परिस्थितियों में ओस का संग्रहण न करें:
- जहरीले पौधों पर या उनके करीब.
- रासायनिक उपचार या छिडक़ाव वाले पौधों या वस्तुओं पर
- उन क्षेत्रों में जहां आमतौर पर पशु मलत्याग करते हों.
- सडक़ के किनारे
लाभ | हानि |
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- जल की गुणवत्ता अच्छी हो सकती है. - सूखे का कोई असर नहीं होता. |
- इस प्रक्रिया से अपेक्षाकृत कम पानी संरक्षित किया जा सकता है. - जल संग्रह में अंतर. |
पर्यावरण में बदलाव के हिसाब से लचीला
यह सूखे अथवा अन्य बदलावों से प्रभावित नहीं होता. हां अगर आर्दता में कमी आती है तभी इस पर असर पड़ता है. आर्दता जितनी कम होगी, ओस भी उतनी ही कम बनेगी.
विनिर्माण, परिचालन और रखरखाव
ओस एकत्रित करने के लिए सबसे अच्छा वक्त होता है भोर का यानी सूर्य उदय होने से ऐन पहले. इसके लिए बहुत बड़ा क्षेत्र चाहिए तभी पर्याप्त मात्रा में पानी एकत्रित किया जा सकेगा. यह भी देखना होगा कि इसका भंडारण कहां किया जाए. आमतौर पर अलग-अलग जगह पर इसके संग्रहण की दर काफी अलग-अलग होती है. मोरक्को में यह दर 18.9 लीटर प्रति घन मीटर वार्षिक है (215 मिमी वार्षिक बारिश वाले इलाके में) जबकि स्पेन में यह दर बढक़र 41.5 से 71.1 लीटर प्रति घन मीटर हो जाती है. हालांकि यहां बारिश का सालाना औसत 246 से 324 मिमी है.
किफायती संग्रहण: ऐसा लगता है कि थोड़ा उठी हुई सतह जमीनी सतह की तुलना में 14 फीसदी तक अधिक पानी का संग्रहण करती है. छत पर लगने वाली विगलित शीट भी प्रयोग में लाई जा सकती हैं जिन पर एक खास ओपीयूआर पेंट लगा हो. यह पेंट इन्फ्रारेड OPUR शीतलता को बढ़ाता है और पराबैंगनी किरणों के साथ प्रकाश संश्लेषण करने के कारण यह पानी के अनुकूल भी रहता है. इस तरह का प्रयोग मोरक्को में किया गया था जहां रंगी हुई सीटों पर 2 सेमी मोटा पोलीस्टीरीन इंसुलेशन लगाया गया था और छत की पिच 30 डिग्री रखी गई थी. यह व्यवस्था रात में रेडियेटिव शीतलता का प्रयोग करती है. फॉइल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है लेकिन उसके खराब हो जाने की आशंका रहती है.
ओस संग्रहण का इस्तेमाल सूक्ष्म सिंचाई के लिए भी किया जा सकता है जहां प्लास्टिक की ट्रे का इस्तेमाल ओस को पौधों की जड़ों तक पहुंचाने में किया जाता है.
लागत
लागत में बहुत व्यापक अंतर देखने को मिलता है. किसी इलाके में यह व्यवस्था बनाने के लिए जरूरी सामान की उपलब्धता ही बताएगी कि इसकी कुल लागत कितनी होगी.
एक सामान्य व्यवस्था में बड़ी सतह, पानी को ले जाने के लिए पाइप या गटर और उसे संग्रहित करने के लिए टैंक की आवश्यकता होती है.
जमीनी अनुभव
नियमावली, वीडियो और लिंक
इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर डियू युटिलाइजेशन (आरपीयूआर)
Acknowledgements
- CARE Nederland, Desk Study: Resilient WASH systems in drought-prone areas. October 2010.
- M. Mileta, D., Beysens and V. Nikolayev, et al. Fog and Dew Collection Projects in Croatia Croatia and France, 2004.
- Dew Collection for Survival Water Tactical Intelligence. July 2011.