Difference between revisions of "वाटर पोर्टल / वर्षाजल संचयन"
Line 61: | Line 61: | ||
|style="background:#efefef;"|[[Image:rainwater harvesting small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ छत वर्षाजल संचयन]] | |style="background:#efefef;"|[[Image:rainwater harvesting small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ छत वर्षाजल संचयन]] | ||
|style="background:#efefef;"|[[Image:in situ2 small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ यथास्थान वर्षाजल संचयन]] | |style="background:#efefef;"|[[Image:in situ2 small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ यथास्थान वर्षाजल संचयन]] | ||
− | |style="background:#efefef;"|[[Image:catchment dam small.jpg|center|100px|link= | + | |style="background:#efefef;"|[[Image:catchment dam small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ सतही जल]] |
|style="background:#efefef;"|[[Image:Subsurface harvesting systems small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ भूजल पुनर्भरण |भूजल पुनर्भरण]] | |style="background:#efefef;"|[[Image:Subsurface harvesting systems small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ भूजल पुनर्भरण |भूजल पुनर्भरण]] | ||
|style="background:#efefef;"|[[Image:Fog_collection small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ कोहरा और ओस संग्रह]] | |style="background:#efefef;"|[[Image:Fog_collection small.jpg|center|100px|link=वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ कोहरा और ओस संग्रह]] | ||
Line 67: | Line 67: | ||
|style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ छत वर्षाजल संचयन|छत-वर्षाजल]]</center> | |style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ छत वर्षाजल संचयन|छत-वर्षाजल]]</center> | ||
|style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ यथास्थान वर्षाजल संचयन|यथास्थान <br>वर्षाजल संचयन]]</center> | |style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ यथास्थान वर्षाजल संचयन|यथास्थान <br>वर्षाजल संचयन]]</center> | ||
− | |style="background:#efefef;"|<center>[[ | + | |style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ सतही जल |सतही जल]]</center> |
|style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ भूजल पुनर्भरण |भूजल <br>पुनर्भरण]]</center> | |style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ भूजल पुनर्भरण |भूजल <br>पुनर्भरण]]</center> | ||
|style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ कोहरा और ओस संग्रह|कोहरा और ओस]]</center> | |style="background:#efefef;"|<center>[[वाटर पोर्टल/ वर्षाजल संचयन/ कोहरा और ओस संग्रह|कोहरा और ओस]]</center> |
Revision as of 14:51, 2 December 2015
वर्षाजल संचयन बारिश के पानी के प्राकृतिक तालाब या टंकियों में संग्रहण और भंडारण की एक तकनीक है, साथ ही इसके जरिये भूमिगत जलवाही स्तरों का भी पुनर्भरण किया जाता है (इससे पहले कि यह सतह से सूख जाये). रूफटॉप हारवेस्टिंग वर्षाजल संचयन का एक तरीका है. रूफटॉप हारवेस्टिंग में टाइल, धातु या प्लास्टिक की छत उपयोगी हो सकती है, मगर घास या खजूर या फूस की छत नहीं. यह बारिश के बहाव को रोक देता है और घरेलू इस्तेमाल के लिए उच्च गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराता है और इसे साल भर के लिए भंडारित किया जा सकता है. इस पानी के दूसरे इस्तेमाल भी हो सकते हैं, जैसे बगीचे के लिए, पालतू पशुओं के लिए, सिंचाई के लिए, आदि.
वर्षाजल संचयन के उपयोग के कारण इन तीन सवालों पर आधारित हैं:
क्या: वर्षाजल संचयन से जलापूर्ति और फसल उत्पादन बेहतर होगा और अंततः खाद्य सुरक्षा असरदार होगी.
कौन: ग्रामीण इलाकों में जल संकट वाले मकान या परिवार वर्षाजल संचयन के इस तंत्र से सर्वाधिक लाभान्वित होंगे.
कैसे: चूंकि वर्षाजल संचयन जलापूर्ति को बढ़ावा देता है और यह हमें खाद्य सुरक्षा की तरफ ले जाता है, यह जीविकोपार्जन की दिशा में भी बड़ी भागीदारी सुनिश्चित करता है.
रिटेंशन और रियूज) |
सूक्ष्म वित्तीय |
सेवा (एमयूएस) |
रेनवाटर हार्वेस्टिंग टूल | |
जीआइएस मैप |
निरंतरता आकलन |
नेपाल |
नेपाल |
3आर और एमयूएस |
निर्मलजल पुनर्जीवन |
यूगांडा पहाड़ियां |
Contents
भारत में वर्षाजल संचयन के उदाहरण
तमिलनाडु पहला भारतीय राज्य है जहां वर्षाजल संचयन को अनिवार्य बनाया गया है. 30 मई, 2014 को राज्य सरकार ने घोषणा की कि वह चेन्नई शहर के विभिन्न हिस्सों में 50 हजार से वर्षाजल संचयन ढांचे का निर्माण करायेगी. [1]
तमिलनाडु के चार हजार से अधिक मंदिरों में तालाब हैं जो विभिन्न कर्मकांडों के लिए प्रयोग में लाये जाते हैं. ये तालाब प्राकृतिक जलवाही के रूप में काम करता है और भूजल संवर्धन में मददगार साबित होता है. मगर गाद और कचरे ने इन तालाबों का रास्ता बंद कर दिया है.
अब, स्वैच्छिक संस्थानों और जल वितरण व उपयोग से संबंधित विभागों द्वारा निरंतर चलाये जा रहे अभियानों के बाद चेन्नई प्रशासन ने तय किया कि वह शहर में 40 बड़े मंदिर तालाबों की मरम्मत करायेगा. तालाबों को वर्षाजल संचयन के जलग्रहण क्षेत्र में बदले का लक्ष्य है. [2]
वर्षाजल संचयन लिंक
क्षेत्रीय अनुभव
- बचाव के लिए पारंपरिक वर्षाजल संचयन तंत्र! वर्षाजल संचयन तंत्र भारत में सफल है.
- चेन्नई - सफलता की कहानी : वर्षाजल संचयन
- प्लूविया: एनर्जी # “प्लूविया” : रेन यूज्ड टू इल्यूमिनेट लो इनकम होम्स (मैक्सिको, 2014)
वर्षाजल संचयन तंत्र की तकनीकें और पद्धतियाँ
- वर्षाजल संचयन तंत्र के तत्व
- स्मार्ट तीन आर समाधान
- सुखाड़ वाले इलाके में वृक्ष-आधारित स्थायी कृषि - वेबिनार
उत्पाद
- वाटर टावर : इथियोपिया के इन चमत्कृत कर देने वाले टावरों को देखें जो हवा से शुद्ध जल का उत्पादन करते हैं
- ग्रोएसिस वाटरबॉक्स दस के बदले एक लीटर पानी का उपयोग!
- बॉब® बैग: बॉब® उपभोक्ताओं को शुद्ध जल उपलब्ध कराता है.
- रेनवाटर पिलो : असली रेनवाटर पिलो एक अन्वेषी वर्षाजल और तूफानी जल संचयन तंत्र है जो धरातल पर अनुपयोगी जगह में तैयार किया गया है.
- रेनसॉसर : यूएसए में तैयार, रेनसॉसर™ जिसका पेटेंट अभी नहीं हुआ है एक बारिश नली उपकरण है जिसकी सहायता से आप वर्षाजल संचयन कर सकते हैं
संस्थाएं एवं समूह
- वर्षाजल संचयन स्रोत. 45 एनजीओ की सूची, सरकारी संस्थान और कुछ निजी कंपनियां वर्षाजल संचयन कार्यक्रमों, नीतियों और आपूर्तियों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं.
- खाद्य सुरक्षा के लिये वर्षाजल: खाद्य सुरक्षा में बेहतर बढ़ोत्तरी लानेे के लिये, हमने वर्षाजल संचयन (आऱडब्लयूएच)के लिये उपयुक्त माहौल बनाया. वर्षाजल संचयन के लिये समुदाय की मदद से हम राष्टीय और प्रांतीय स्तर की संस्थाओं, नेटवर्क और पेशेवरों के ऐसे वैश्विक एकीकृत नेटवर्क के विकास को प्रोत्साहित करते हैं जो वर्षाजल संचयन के क्षेत्र में या तो काम कर रहे हैं या रूचि रखते हैं. इन सभी कार्यकर्ताओं को एक साथ लाकर और विभिन्न तरीकों से ज्ञान को साझा करके,खाद्य सुरक्षा के लिये वर्षाजल संचयन कार्यक्रम का उद्देश्य वर्षाजल संचयन कार्यक्रमों में स्थाई बदलाव लाना है.
- डीग्रुप्स प वर्षाजल संचयन समुदाय.
सामुदायिक एक्सचेंज - वर्षाजल संचयन
नीचे दी गई छवि टैंक और सिस्टम के बारे में सर्वोत्तम प्रथाओं, समस्या निवारण और सलाह सहित वर्षाजल संचयन (आरडब्ल्यूएच) के बारे में बातचीत करने के लिए एक प्रविष्टि है। हमने वर्षाजल संचयन समुदाय से इनको स्रोत के रूप में लिया है. वर्षाजल संचयन समुदाय डीग्रुप्स पर ग्रामीण वर्षाजलापूर्ति नेटवर्क समुदाय के अंदर एक उप समिति है-जो निःशुल्क लेकिन केवल सदस्यता-प्राप्त लोगोंं का पोरम है, जहां लोग लगभग 86 देशों के 700 से भी ज्याद सदस्यों से वर्षाजल संचयन संबंधी सवाल पूछ सकते हैं. यदि वर्षाजल संचयन के संबेध में आपके भी कुछ सववाल हैं तो उनके साथ अधिक जुड़ाव के लिये आप भी उनकी वेबसाइट पर सदस्य बन सकते हैं. शुरु करने के लिये छवि पर क्लिक करें! अथवा यहाँ क्लिक करें.
जमीनी अनुभव
ये परियोजनाएं वर्षाजल संचयन तकनीक का उपयोग कर रहे हैं और एक्वो.ऑर्ग पर रियली सिंपल रिपोर्टिंग (आरएसआर) शुरू करने के लिए एक्वो लोगो इमेज पर क्लिक करें!
संदर्भ साभार
इस पृष्ठ पर दिये गये बहुत से तरीके, तकनीकें और प्रोजेक्ट रेनवाटर हा्र्वेस्टिंग इम्प्लिमेंटेशन नेटवर्क से साभार लिये गए हैं.
रेन एक अन्तरराष्ट्रीय नेटवर्क है जिसका मुख्य उद्देश्य वर्षाजल का संग्रहण करके विकासशील देशों में समाज के गैर लाभान्वितों- महिलाओं और खासकर बच्चों को पानी मुहैया करवाना है.
दिसम्बर 2003 में सुरु होकर, रेन ने लघु- स्तर की वर्षाजल संचयन परियोजनाओं के क्रियान्वयन, स्थानीय संस्थाओं की क्षमता निर्माण और वर्षाजल संचयन पर वैश्विक स्तर पर ज्ञान के साझा करने पर ध्यान केन्द्रित किया.
- इस व्रषाजल सचयन पृष्ठ को विकीवर्सिटि पर वर्षाजल संचयन पृष्ठ पर भी देखा जा सकता है.