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! width="50%" style="background:#efefef;" | लाभ
! style="background:#f0f8ff;" | Disadvantagesनुकसान
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| valign="top" | - उथले कुओं के पुनर्भरण में सहायक हो सकते हैं.
- प्रौद्योगिकी सरल है और स्थानीय स्तर पर लागू की जा सकती है.<br>
- पत्थर पुस्ता या खेत-बन्धी (दूसरी सामग्रियों के मुकाबले) आसानी से धुल नहीं जाते है, इसलिए यह असामान्य और तीव्र वर्षा की घटनाओं की चपेट में नहीं आते है. <br>
| valign="top" | - - उच्च लागत और कुछ ज़मीनी के प्रयास की वजह से गरीब या कमजोर परिवारों (जैसे एकल परिवार) संघर्ष कर सकते हैं. एक संभव उपाय: दाता निर्भरता को कम करें... ऋण का भुगतान करने के लिए उपज का उपयोग करें, जिसका इस्तेमाल ज़मीनी काम में किया गया हो. भारत में कृत्रिम हिमनद की लागत 6000 डॉलर के आसपास हो सकती है, लेकिन यह साइट पर निर्भर करता है.<br>
- टूटे हुए पुस्ता या खेत-बन्धी की मरम्मत करानी होगी.<br>
- किसानों को समझाने में मुश्किल होगी कि इस तकनीक का उपयोग करने से लाभ होगा.<br>