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'''तीन आर के समर्थन में ये तीन महत्वपर्णू तर्क हैं:'''
'''1. Climate change adaptationपर्यावरण परिवर्तन के साथ तालमेल'''<br>Changes in rainfall may influence the livelihood of people and their economyबारिश के पैटर्न में बदलाव की वजह से लोगों की आजीविका और उनकी माली हालत पर असर पड़ता है. Water storage plays a deciding factor in the ability to adapt to climate changeऐसी परिस्थिति में जल संग्रह पर्यावरण परिवर्तन के साथ तालमेल बिठाने में एक महत्वपूर्ण कारक साबित होता है. Water storage is a key component in bridging momentary gaps between demand and availability of waterयह पानी की उपलब्धता और उसकी मांग के बीच समय की खाई को भी पाटता है. Many advantages are to be found in making use of the buffer function of groundwaterभूमिगत जल, surface water and storage systemsसतही जल और संग्रहण तंत्र में जल के अधिक होने पर इसका इस्तेमाल करने के कई लाभ हैं. These systems have the ability to offer people sufficient access to drinking water and provide water for cattleइस तंत्रों के जरिये लोगों को पेयजल, agricultural purposes and other productive purposesपशुओं के पीने के लिए पानी, सिंचाई के लिए और दूसरे मकसद के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सकता है. Access to water also benefits the environment and the wider ecosystemपानी तक पहुंच भी पर्यावरण और वृहत पारिस्थितिकी तंत्र को लाभ पहुंचाती है. Storage of water allows for secure levels of reserves that can be used in times of needपानी का संग्रह करते हुए हम जरूरत के वक्त में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
'''2. Recirculation in the water chainजल चक्र में पुनर्नवीकरण'''<br>Water management is often limited to the paradigm of water resource allocationजल प्रबंधन को अक्सर जल संसाधन के आवंटन, availability and efficiencyउपलब्धता और क्षमता वृद्धि तक ही सीमित कर दिया जाता है. It often fails to take into consideration the buffer capacityऐसे में अक्सर अधिक जल के उपयोग, water circulation or the re-use of buffered waterजल नवीकरण और अधिक जल का दुबारा उपयोग जैसे उपाय पीछे रह जाते हैं. 3R can substantially contribute to increasing the quantity and quality of water resources तीन आर जल संसाधनों की मात्रा और गुणवत्ता में स्थायी तौर पर वृद्धि मुमकिन है. The use and reuse of buffered water allows for the increased availability of waterजरूरत से अधिक उपलब्ध जल के इस्तेमाल और दुबारा इस्तेमाल से जल की क्षमता में वृद्धि होती है, as it circumvents water allocation conflicts through simply using and re-circulating the waterक्योंकि यह इस्तेमाल और दुबारा इस्तेमाल के जरिये जल से संबंधित विवादों का समाधान भी कर देता है.
'''3. Green water managementहरित जल प्रबंधन'''<br>Buffering water in groundwater results in improved soil moisture and increases the availability of shallow groundwaterभूमिगत स्रोतों में जल की अधिक मात्रा से मिट्टी की नमी बरकरार रहती है और भूमिगत स्रोतों में जल की उपलब्धता तो बढ़ती ही है. This way of buffering makes an important contribution to ‘green water management’इस तरह यह हरित जल प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान होता है. Green water management is the management of soil moisture based on improved tillage हरित जल प्रबंधन एक ऐसा प्रबंधन है जो संवर्धित जुताई, mulchingगुड़ाई, physiochemical and biological processesभौतिक-रासायनिक और जैविक प्रक्रियाओं पर आधारित है. By infiltrating water into the soilमिट्टी में जल की उपलब्धता बढ़ाते हुए, 3R contributes to green water management in a way that leaves a positive footprint on both ecosystems and agricultural productionतीन आर हरित जल प्रबंधन में इस तरह योगदान देता है कि इससे पारिस्थितिकी तंत्र और कृषि उत्पादन दोनों में सकारात्मक बदलाव आये.
===3R planning toolतीन आर योजना उपकरण===In WASH programmesवाश कार्यक्रम का फोकस घरेलू जल आपूर्ति और स्वच्छता पर केंद्रित होता है, there is a domestic water supplyजो मुख्यतः घरेलू और सामुदायिक स्तर पर ही होता है, sanitation and hygiene focus mainly on a household or community level and not on an area or catchment, as in Integrated Water Resource Management programmesयह समेकित जल संसाधन प्रबंधन कार्यक्रमों की तरह खेतों के लिए नहीं होता है. However, more and more linkages are made between WASH programmes and other sectors like food and energy हालांकि वाश कार्यक्रम और भोजन और ऊर्जा से संबंधित दूसरे क्षेत्रों के बीच अधिक संपर्क बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं. This requires a rethinking of WASH programmes and moving from a community approach towards a catchment approachइसने वाश कार्यक्रम को फिर से सोचने के लिए प्रेरित किया है और जलग्रहण के लिए सामुदायिक नजरिये को विकसित करने की दिशा में यह बढ़ रहा है.
Due to increasing water demands and the negative impacts of climate change, it is crucial to effectively and efficiently store water within a catchment. The [http://www.bebuffered.com 3R (Recharge, Retention and Re-use) approach] does not only enhance buffer management in a catchment for both water and food security, but also supports communities to work together in facing water scarcity and managing the resources in their catchment. However, integrating the 3R approach in local planning and implementation is still a challenge.
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